मां से छुपाया

मां से मुझे बहुत कुछ कहना है 

जो मैंने हमेशा उनसे छुपाया है
मां आपके प्यार करने का अंदाज 
मुझे हर बार जुदा सा लगता है
मां ऐसा बहुत बार हुआ 
दूसरों का प्यार करने का तरीका 
ना जाने क्यों अजीब सा लगता है 
मां जो आपने मेरे लिए सुंदर सी  
फ्रॉक खरीद कर लाई थी 
जिसे पहन कर मैं बहुत खुश हुई थी 
और बाहर जाकर घूमने निकली थी
पता नहीं वहां सब लोग 
मुझे क्यों घूर रहे थे
एक अंकल ने मुझे बुलाकर 
मेरे हाथों को गुड़िया बोलकर 
न जाने क्यों जोर से दबाया था 
मां मैंने आपसे छुपाया था
उनके छूने पर मां मुझे 
आपके प्यार जैसा एहसास नहीं हुआ
मां हम वह शादी में गए थे न तो 
कोई मुझे छुटकी तो 
कोई मुझे प्रिंसेस बुला रहा था
मां मुझे उनका टच एकदम भी 
अच्छा नहीं लग रहा था
उनके टच में आपके जैसा प्यार नहीं था
मुझे बहुत रोना आ रहा था
इसलिए मैंने आपसे कुछ नहीं बताया
मां अब मेरी बेटी उसी जगह पर खड़ी है
मैंने उसे गुड टच और बेड टच का 
मतलब बताया है 
कभी ऐसा लगे तो
मुझे हर बात बताना
मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूं
कभी डरकर कुछ छुपाना नहीं
आप गलत हो मां
यह नहीं बोल रही हूं मैं 
मां आपने तो सबको 
अच्छा ही जाना था 
लेकिन मां वह एक जमाना था....

🙏🙏यह कविता सभी माता-पिता के लिए है,जो अपने बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में जरूर बताएं🙏🙏


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4 Comments

Mohammed urooj khan

16-Oct-2023 06:02 PM

👌👌👌👌

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बेहतरीन और संदेश देती हुई अभिव्यक्ति

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Abhinav ji

16-Oct-2023 07:38 AM

Very nice 👍

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